Breaking News

UP पंचायत चुनाव लड़ने के लिए सामान्य वर्ग के पुरुष ने की पिछड़े वर्ग की महिला से शादी।

Khabar-72, Live News, News World, Top News, India News, News Today
फोटो



UP पंचायत चुनाव लड़ने के लिए सामान्य वर्ग के पुरुष ने की पिछड़े वर्ग की महिला से शादी।



उत्तर प्रदेश में आगामी पंचायत चुनाव को लेकर दावेदार अनोखे पैतरे आजमाने से भी संकोच नहीं कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से 'चुनावी शादी' का एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां एक सामान्य वर्ग के दावेदार ने आरक्षण सूची में सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने के बाद अनोखी शादी कर ली है।



पिछले पांच वर्ष से ग्राम प्रधानी का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे एक शख्स ने अपने बेटे की शादी एक पिछड़े वर्ग की महिला से करवा दी, ताकि बहू चुनाव लड़ सके। चुनाव लड़ने के लिए हुई इस अनोखी शादी की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है।UP Panchayat Chunav 2021



बतादें कि पंचायत चुनाव के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बाद नई आरक्षण सूची जारी होने के बाद देवरिया जिले में गांवों की राजनीति बदल गई है। नई सूची आने के बाद से कई के चुनाव लड़ने की संभावना खत्म हो गयी, जबकि कई उम्मीदवारों के चेहरे खिले हुए हैं। खासकर जो काफी दिनों से ग्राम प्रधानी का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, उनकी सीट का आरक्षण बदल जाने से दिक्कतें और बढ़ गई हैं। लेकिन आरक्षण बदल जाने के बाद भी गांवों की सत्ता पाने के लिए दावेदारों ने एक नया उपाय तलाश लिया है। जिले के एक संभावित उम्मीदवार ने तो अंतर्जातीय शादी ही कर ली है। UP Panchayat Chunav 2021



यह मामला देवरिया जिले के तरकुलवा विकास खंड के नारायणपुर गांव का है, जहां प्रधान पद वर्ष 2015 में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था। पिछली सूची में यह गांव सामान्य जाति के लिए आरक्षित हो गया, लेकिन जब एक बार फिर नई आरक्षण सूची आई तो गांव का आरक्षण ही बदल गया और नारायणपुर गांव पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित हो गया। UP Panchayat Chunav 2021



वहीं, गांव में प्रधानी का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे सरफराज को नए आरक्षण से झटका लगा, क्योंकि सरफराज सामान्य वर्ग से आते है। लेकिन, चुनाव लड़ने की ठान कर बैठे सरफराज ने एक नया फॉर्मूला निकाल लिया। गांव का प्रधान बनने के लिए अपने बेटे सेराज का निकाह पिछड़ी जाति की युवती से करा दिया। अब वह अपनी नई नवेली बहू को प्रधानी का चुनाव लड़ाने की तैयारी में जुटे हैं। UP Panchayat Chunav 2021



सरफराज ने बताया कि वे पिछले पांच साल से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। गांव वाले भी चाहते हैं कि वे प्रधान बने, लेकिन सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गई। इसलिए उन्होंने अपने बेटे सेराज की शादी मुस्लिम विरादरी की ही पिछड़े वर्ग की लड़की से करा दी है, ताकि प्रधानी उनके घर में ही रहे। UP Panchayat Chunav 2021



दरअसल, कानून की बात करें तो शादी के बाद भी लड़की की जाति नहीं बदलती है। जैसे अगर किसी पिछड़ी जाति की लड़की ने किसी सामान्य वर्ग के लड़के से शादी कर ली है तो लड़की पिछड़ी जाति की ही रहेगी। इसी तरह अगर कोई सामान्य जाति की लड़की पिछड़े वर्ग के लड़के से शादी कर ले तो लड़की सामान्य वर्ग की ही मानी जाएगी। उसे आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा। UP Panchayat Chunav 2021

कोई टिप्पणी नहीं

Thank You for visiting - Khabar72.com Please leave a comment about this post.