Breaking News

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश व भूस्खलन से 7 लोगों की मौत।

Khabar72 - Latest News Today A Hindi News Website
फोटो


आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश व भूस्खलन से 7 लोगों की मौत।


आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य में भारी बारिश के कारण सड़कों ने नदियों का रूप ले लिया है। चक्रवात के कारण हो रही तेज़ बारिश से कई जगहों पर ज़मीन खिसक गई है।


तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में मंगलवार दोपहर से ही तेज़ बारिश हो रही है, जिसके कारण जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। तेलंगाना के मेडचल-मलकजगिरी ज़िले का घाटकेसर क्षेत्र बुरी तरह बारिश की चपेट में है। जहां मंगलवार सुबह से शुरू हुई बारिश बुधवार सुबह पांच बजे तक होती रही।



हैदराबाद में पिछले 20 सालों से ऐसी मूसलाधार बारिश नहीं हुई थी। हैदराबाद की हुसैन सागर झील अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है। कई निचले इलाक़े में पानी भर गया है और इन इलाक़ों के कई घरों में भी पानी भर चुका है। खैराताबाद, टोली चौकी, बोरबंदा, सिकंद्राबाद, अंबेरपेट, एल्बीनगर, वनस्थलीपुरम, हयातनगर और अब्दुल्लापुर इलाक़ों में तेज़ बारिश से हालात काफी ख़राब हैं। तेज़ बारिश को देखते हुए शहर के कई हिस्सों में सुरक्षा के लिहाज़ से बिजली आपूर्ति को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है।


वहीं दूसरी ओर भारी मात्रा में बाढ़ के पानी से शहर के जलाशयों का स्तर भी बढ़ गया है। हिमायत सागर झील भी उच्चतम स्तर तक पहुंच चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक़, हिमायत सागर में अभी पानी का स्तर 1762.867 फ़ुट है। अधिकारियों ने मंगलवार मध्यरात्रि घोषणा की कि क़रीब 1300 क्यूसेक पानी मुसी नदी में छोड़ा जाएगा। जलमंडी के एमडी दानाकिशोर ने जीएचएमसी, हैदराबाद पुलिस और रंगारेड्डी ज़िले के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।


आंध्र प्रदेश में मंगलवार सुबह नरसापुरम-काकीनाडा के पास तट से होकर चक्रवात गुज़रा। जिसके कारण कृष्णा, उभाया गोदावरी और उत्तरांचल ज़िलों में जलभराव को लेकर निर्देश जारी किये गए हैं। सोमवार सुबह से मंगलवार सुबह तक 129 क्षेत्रों में 11.56 सेमी और 20.44 सेमी बारिश दर्ज की गई। पश्चिम गोदावरी ज़िले में औसतन 18 सेमी बारिश हुई। पश्चिम गोदावरी के तामिलेरु और एररकालुवा ज़िलों में एलुरु शहर सहित कई स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है।


राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ प्रभावित ज़िलों के कलेक्टरों को 24 घंटे संचालित नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया है। राज्य के आपदा प्रबंधन आयुक्त कन्नबाबू ने बताया है कि दवाओं और आवश्यक चीज़ों को स्टॉक करने के आदेश जारी कर दिये गए हैं।


सड़कों, नहरों और पुलों को युद्धस्तर पर दुरुस्त करने का आदेश दिया गया और उन इलाकों में यातायात बहाल कर दिया गया जहाँ यातायात बाधित था। विशाखापत्तनम में राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ़ की एक टीम काकीनाडा में स्टैंडबाय पर है। प्रभावित इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित पुनर्वास शिविरों में भेजा जा रहा है।



कोई टिप्पणी नहीं

Thank You for visiting - Khabar72.com Please leave a comment about this post.