कासगंज - रात में पुलिस पर हमला, सुबह पुलिस मुठभेड़ में शराब माफिया का भाई ढेर, मुख्य आरोपी की तलाश जारी।
![]() |
| पुलिस मुठभेड़ में ढेर पुलिस पर हुए हमले का एक आरोपी |
कासगंज - रात में पुलिस पर हमला, सुबह पुलिस मुठभेड़ में शराब माफिया का भाई ढेर, मुख्य आरोपी की तलाश जारी।
कासगंज में पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है।
हालांकि मुख्य आरोपी मोती धीमर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना में शामिल तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। गुनहगारों पर एनएसए (NSA) के तहत कार्रवाई होगी।
कासगंज में शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने गए दरोगा और सिपाही को शराब माफिया ने बंधक बना लिया था। उनकी वर्दी उतरवाई और लाठी-डंडों से दोनों की जमकर पिटाई की थी। बाद में सिपाही की मौत हो गई।
कासगंज में शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने गए दरोगा और सिपाही को शराब माफिया ने बंधक बना लिया था। उनकी वर्दी उतरवाई और लाठी-डंडों से दोनों की जमकर पिटाई की थी। बाद में सिपाही की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री ने शहीद पुलिसकर्मी के परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए 50 लाख की आर्थिक सहायता और आश्रित को सरकारी नौकरी देने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने हमले के दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। कानून-व्यवस्था के संबंध में किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए।
बतादें कि कासगंज में मंगलवार को बिकरू कांड जैसी वारदात हुई। इलाके में अवैध शराब का धंधा बंद करवाने गए सिढ़पुरा थाने के दारोगा और सिपाही को शराब माफिया ने बंधक बना लिया और उनकी वर्दी उतरवाई और लाठी-डंडों से दोनों की जमकर पिटाई की। घटना की जानकारी होते ही सिढ़पुरा व आस-पास के थानों की पुलिस फोर्स और पीएसी को मौके पर भेजा गया। डेढ़ घंटे की तलाशी के बाद लहूलुहान दरोगा और सिपाही खेतों में पड़े मिले। दोनों को गंजडुंडवारा चिकित्सालय ले जाया गया। वहां से उन्हें अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान सिपाही ने दम तोड़ दिया।
बतादें कि कासगंज में मंगलवार को बिकरू कांड जैसी वारदात हुई। इलाके में अवैध शराब का धंधा बंद करवाने गए सिढ़पुरा थाने के दारोगा और सिपाही को शराब माफिया ने बंधक बना लिया और उनकी वर्दी उतरवाई और लाठी-डंडों से दोनों की जमकर पिटाई की। घटना की जानकारी होते ही सिढ़पुरा व आस-पास के थानों की पुलिस फोर्स और पीएसी को मौके पर भेजा गया। डेढ़ घंटे की तलाशी के बाद लहूलुहान दरोगा और सिपाही खेतों में पड़े मिले। दोनों को गंजडुंडवारा चिकित्सालय ले जाया गया। वहां से उन्हें अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान सिपाही ने दम तोड़ दिया।
एसपी, कासगंज आदित्य वर्मा ने बताया कि मंगलवार देर शाम सिढ़पुरा थाने के दरोगा अशोक कुमार, सिपाही देवेंद्र के साथ नगला भिकारी और नगला धीमर के जंगलों की ओर गए थे। वहां से अवैध शराब बनाए जाने की सूचना मिली थी। दोनों बाइक से मौके पर पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने उन्हें घेरकर बंधक बना लिया। पहले पुलिस कर्मियों की वर्दियां उतरवाईं फिर पीट-पीटकर दोनों को लहूलुहान कर दिया और खेत में छोड़कर भाग गए। इलाका खंगालने के दौरान पुलिस को घटना स्थल के पास से दरोगा अशोक कुमार की बाइक के साथ एक और बाइक मिली है। उसी बाइक पर दरोगा की वर्दी और जूते रखे थे।
बतादें की एक आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है, हालांकि मुख्य आरोपी अभी फरार है और उसकी तलाश जारी है।

कोई टिप्पणी नहीं
Thank You for visiting - Khabar72.com Please leave a comment about this post.