भारत चीन विवाद पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने दिया बयान !
बोरिस जॉनसन ने पूर्वी लद्दाख में बने हालात को 'एक बेहद गंभीर और चिंताजनक स्थिति' क़रार दिया. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन 'हालात पर क़रीबी नज़र' रखे हुए है!
भारत-चीन सीमा विवाद से जुड़े हालिया घटनाक्रम पर ब्रितानी प्रधानमंत्री का ये पहला आधिकारिक बयान है!
बोरिस जॉनसन ने बुधवार को ब्रितानी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ़ कॉमन्स में अपने साप्ताहिक सवाल जवाब कार्यक्रम के दौरान कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद फ्लिक ड्रुम्मोंड के सवाल के जवाब में ये बात कही!
फ्लिक ड्रुम्मोंड ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से ये सवाल पूछा था कि भारत-चीन विवाद में एक तरफ़ तो राष्ट्रमंडल का एक सदस्य देश और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और दूसरी तरफ़ लोकतंत्र की हमारी अवधारणा को चुनौती देने वाला देश है, इससे ब्रितानी हितों पर क्या असर पड़ेगा?
Today in PMQs I asked the Prime Minister about the implications for Britain in the wake of the fatal India - China conflict in Ladakh.#PMQ #ForeignAffairs #InternationalRelations #China #India pic.twitter.com/b0ykwCHvsR
— Flick Drummond (@FlickD) June 24, 2020
भारत और चीन के बीच कूटनीतिक वार्ता के दौरान क्षेत्र की स्थिति पर विस्तार से बात हुई और भारतीय पक्ष ने 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प को लेकर अपनी चिंताएं सामने रखी!
इस हिंसक झड़प ने भारतीय सेना के 20 जवानों की मौत हो गई थी. भारत और चीन की ये बातचीत गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद बढ़ते तनावपूर्ण संबंधों के बीच हुई है!
भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्व लद्दाख में पांगोंग त्सो, गलवान घाटी, डेमचोक और दौलत बेग़ ओल्डी में झड़प हुई थी।
कोई टिप्पणी नहीं
Thank You for visiting - Khabar72.com Please leave a comment about this post.