नेपाल के नए नक़्शे में लिपुलेख के होने का मनीषा कोइराला ने किया समर्थन , ट्विटर पर उमड़ा सैलाब !
नेपाल द्वारा लिम्पियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख को अपने नए नक़्शे में दिखाए जाने की बहस बॉलीवुड तक पहुंच गई है!
फ़िल्म अभिनेत्री मनीषा कोइराला के एक रिट्वीट के बाद उनकी पोस्ट पर लोग उनके समर्थन और विरोध में उतर आए !
कई ट्विटर यूज़र ने उन्हें भारत और बॉलीवुड छोड़कर जाने के लिए भी कह दिया !
दरअसल, ये वाक़या तब शुरू हुआ जब मनीषा कोइराला ने नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप गयावली के एक ट्वीट को रिट्वीट किया था !
नेपाल के विदेश मंत्री ने नेपाली में ट्वीट करके यह जानकारी सार्वजनिक की थी कि नेपाल की मंत्रिपरिषद ने लिम्पियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी को नए नक़्शे में शामिल करने का फ़ैसला किया है जो जल्द ही जारी किया जाएगा!
मनीषा कोइराला ने नेपाली विदेश मंत्री के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा था, "हमारे छोटे राष्ट्र की गरिमा बनाए रखने के लिए शुक्रिया. हम सभी तीन महान राष्ट्रों के बीच शांतिपूर्ण और सम्मानजनक बातचीत की उम्मीद कर रहे हैं."
Thank you for keeping the dignity of our small nation..we all are looking forward for a peaceful and respectful dialogue between all three great nations now 🙏 https://t.co/A60BZNjgyK
— Manisha Koirala (@mkoirala) May 18, 2020
उनका यह ट्वीट करना ही था कि इस पर कमेंट की बाढ़ सी आ गई !
उमा नामक एक ट्विटर यूज़र ने लिखा कि मनीषा आपको शर्म नहीं है, आपको भारत छोड़ देना चाहिए !
Manisha you do not have same at all . Better you leave India . You have shame do not come India again . Mantel one things this three palace belong to India only . I am also Nepali Kunwar chettri . I always support India . I love my country India only .
— uma (@uma39899425) May 20, 2020
वहीं, दिनेश बिक्रम थापा लिखते हैं कि जब कोई कलाकार अपने दिमाग़ से बोलता है इसे वही कहते हैं !
उत्सव पोखरेल ने ट्वीट किया कि दोनों देशों के साथ संबंध रखने वाले किसी व्यक्ति से ऐसा सुनना अच्छा लगता है !
After Pakistanis, now Nepalese have shown place to Bollywood by ditching India.
— Harshil Mehta હર્ષિલ મહેતા (@MehHarshil) May 20, 2020
Any statements from Indian actors regarding integrity of our nation? NO.
आफ्नो मातृभूमिको सम्पूर्ण भू-भाग सहितको नक्शा विश्वसामु प्रस्तुत गर्नु सह्रानीय कार्य हो। नक्शामा समावेश भूभागमा आफ्नो आधिपत्य स्थापित गर्न सीमाका समस्याहरु द्विपक्षीय या त्रिपक्षीय वार्ताबाट नै हल गर्नु सरकारको दायित्व हो। यसमा कसैद्वारा बाधा आए अन्तर्राष्ट्रिय स्तरमा जानुपर्दछ।
— G. Shah (ज्ञानेन्द्र शाह) (@GBBShah) May 19, 2020
दरअसल, नेपाल के पूर्व नरेश ने लिम्पियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख को नए नक़्शे में शामिल किए जाने का समर्थन किया था !
हाल ही में नेपाल कैबिनेट ने एक नए नक़्शे पर मुहर लगाई थी जिसमें लिम्पियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख को नेपाल का हिस्सा बताया गया है !
नेपाल की कैबिनेट ने इसे अपना जायज़ दावा क़रार देते हुए कहा कि महाकाली (शारदा) नदी का स्रोत दरअसल लिम्पियाधुरा ही है जो फ़िलहाल भारत के उत्तराखंड का हिस्सा है. भारत इस दावे से इनकार करता रहा है!
छह महीने पहले भारत ने अपना नया राजनीतिक नक़्शा जारी किया था जिसमें जम्मू और कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख़ के रूप में दिखाया गया था !
इस मैप में लिम्पियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख को भारत का हिस्सा बताया गया था. नेपाल इन इलाक़ों पर लंबे समय से अपना दावा जताता रहा है !
हाल ही में भारत ने लिपुलेख इलाक़े में एक सड़क का उद्घाटन किया था !
लिपुलेख से होकर ही तिब्बत चीन के मानसरोवर जाने का रास्ता है. इस सड़क के बनाए जाने के बाद नेपाल ने कड़े शब्दों में भारत के क़दम का विरोध किया था !
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