दिल्ली के कई इलाकों में हल्की बारिश, प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई।
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दिल्ली के कई इलाकों में हल्की बारिश, प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई।
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में कई इलाकों में हल्की बारिश हुई, बारिश की वजह से लोगों को रहत मिली बारिश हो जाने से प्रदूषण का स्तर कम हुआ है।
#WATCH | Delhi receives a light spell of rain.
— ANI (@ANI) November 15, 2020
Visuals from Vijay Chowk pic.twitter.com/jXV5YcQb54
बता दें कि इससे पहले रविवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण आपात स्थिति में पहुंच गया।शनिवार को पटाखों से निकलने वाले धुएं के कारण बनी धुंध आसमान में छाई रही।
बतादें कि दिल्ली के आनंद विहार, आईजीआई एयरपोर्ट के आसपास के इलाक़ों, आईटीओ और लोधी रोड के इलाक़े में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स ख़राब स्तर पर पहुंच गया। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के हवाले से समाचार एजेंसी एनएनआई ने कहा है कि शनिवार रात 11 बजे जहां आनंद विहार में वायु में ख़तरनाक पीएम 2.5 पार्टिकल की मात्रा 481 मापी गई, वहीं आईजीआई एयरपोर्ट के आसपास के इलाक़ों में पीएम 2.5 का स्तर 444 रहा. आईटीओ में पीएम 2.5 का स्तर 457 और लोधी रोड इलाक़े में 414 रहा।
वहीं आनंद विहार में वायु में पीएम 10 पार्टिकल की मात्रा 460 मापी गई, आईजीआई एयरपोर्ट के इलाक़े में पीएम 10 का स्तर 382, आईटीओ में 415 और लोधी रोड इलाक़े में 322 रहा।
Delhi: Pollution level rises in the national capital; visuals from India Gate and near Akshardham Temple. pic.twitter.com/ROyO650Dlv
— ANI (@ANI) November 14, 2020
वहीँ समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार दिल्ली की हवा में ख़तरनाक स्तर तक पीएम 2.5 पहुंचने में 32 फीसदी योगदान पराली जलाने से पैदा हुए धुंए का था। दिवाली के कारण जलाए गए पटाखों ने स्थिति और ख़राब कर दी।जबकि शनिवार रात 10 बजे के आसपास दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 454 रहा।
Delhi's air quality falls to "severe" category with stubble burning accounting for 32 per cent of city's PM2.5 pollution and firecracker emissions making situation even worse. Overall Air Quality Index was at 454 at 10 pm.
— Press Trust of India (@PTI_News) November 14, 2020
शनिवार रात दिवाली का जश्न ख़त्म होने के बाद राजधानी दिल्ली के कई इलाक़ों में धुंए की एक मोटी परत देखी गई। दिल्ली से सटे इला़कों में पराली जलाने के कारण पैदा हुए धुंए की वजह से दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार गिरता जा रहा था। ऐसे में कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए दिवाली से ठीक पहले प्रदेश सरकार ने यहां पटाखों की बिक्री और पटाखे जलाने पर रोक लगा दी थी।
बतादें कि दिल्ली समेत पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और कई और केंद्र शासित प्रदेशों में भी पटाखों की बिक्री और पटाखे जलाने पर पूर्ण या आंशिक तौर पर रोक लगा दी गई थी।

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