दबंगों द्वारा मत्स्य पालन से अधिक आमदनी कमाने के लिए की गई लापरवाही बनी किसानों के लिए आफत, सैकड़ों एकड़ धान की फसल खा गई मछलियां !
फसल नुकसान होने पर स्थानीय किसान प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। बड़े अधिकारियों द्वारा मौके का जायजा लेने के बाद भी किसानों को कोई भी आश्वासन नहीं मिल रहा है।
देवरिया: भारत में किसानों की अनेक समस्याएं हैं। सामान्यतः ये पाया गया है कि जिस वर्ष किसानों को अच्छी फसल होने की उम्मीद होती है उस वर्ष प्राकृतिक आपदा ही उनके उम्मीदों पर पानी फेर देती है। कभी-कभी यह आपदा प्राकृतिक ना हो कर मानवीय भी हो सकती है। ताजा समाचार यूपी के देवरिया जिले के पथरदेवा गांव की है जहां इसी प्रकार की किसी मानवीय आपदा का प्रकोप किसानों को झेलना पड़ा है। यहां मछली पालन से अत्यधिक आमदनी कमाने की सोच एक छोटी सी लापरवाही का कारण बनती है और सैकड़ों एकड़ धान मछलियों की भेंट चढ जाता है। स्थानीय लोग बताते हैं की ग्राम सभा पथरदेवा के दक्षिण में लगभग एक हजार बीघे की भूमि पर पांच गांवों की खेती होती है। बरसात के दिनों में गांव के अंदर जल जमाव ना हो इसके कारण उक्त भूमि पर जल निकासी के लिए ड्रेन की व्यवस्था बहुत पहले से ही की गई है। पिछले कई वर्षों से इस ड्रेन की साफ सफाई नहीं होने के कारण बरसात में अधिक बारिश होने से गांव में जल भर जाता है। थोड़ा बहुत पानी जो बहता भी है उसे स्थानीय दबंगों द्वारा ड्रेन का पानी बांस के खरवार से कई जगह रोक कर मछलीपालन का व्यवसाय शुरू कर दिया गया। ऐसी स्थिति में पानी का बहाव रुक गया और मछलियां किसानों के धान की फसल को चट कर गईं।
#देवरिया - फसल नुकसान होने पर स्थानीय किसान प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। बड़े अधिकारियों द्वारा मौके का जायजा लेने के बाद भी किसानों को कोई भी आश्वासन नहीं मिल रहा है। pic.twitter.com/xac4EIyg9A
— Khabar - 72 (@TheKhabar72) August 2, 2020
स्थानीय किसान कर रहे हैं मुआवजे कि मांग !
स्थानीय किसानों का कहना है कि ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है, विगत वर्ष 2019 में भी यही समस्या हुई थी। किसानों ने इस समस्या के सम्बन्ध में पहले जिलाधिकारी और बाद में फिर क्षेत्रीय विधायक और यूपी सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को दी थी। मामले की जांच भी हुई लेकिन हुआ कुछ भी नहीं। ऐसे में सभी स्थानीय काश्तकारों द्वारा उनके फसल नुकसान संबंधी विषयक में या तो आरोपी दबंगों पर कानूनी कार्यवाही या फिर मुआवजे की मांग की जा रही है।
यूपी के कृषि मंत्री के साथ दबंगों के हैं अच्छे संबंध !
सूत्रों के अनुसार, स्थानीय लोग बताते हैं ड्रेन का पानी रोकने वाले दबंगों के सूबे के कृषि मंत्री के साथ अच्छे संबंध हैं। इन लोगों की प्रायः कृषि मंत्री के साथ उनके स्थानीय कार्क्रमों में देखा जाता रहा है। अब प्रश्न यह उठता है कि क्या इनको ही कृषि मंत्री का सानिध्य प्राप्त है या फिर कृषि मंत्री से जान-पहचान होने के कारण इनके मन से प्रशासन का खौफ समाप्त हो गया है? कुछ लोग यह भी बताते हैं कि यही करण है कि मामले के जिलाधिकारी स्तर की जांच होने के बावजूद भी अगर लोग संतुष्ट नहीं होते हैं तो कहीं ना कहीं दबंगों पर प्रशासन मेहरबान है। फिलहाल स्थिति ये है कि बड़ी संख्या में किसानों की फसल बिल्कुल बर्बाद हो चुकी है। किसानों को शासन द्वारा अभी तक ना कोई संतोषजनक आश्वासन मिला है और ना ही दोषियों के विरूद्ध अभी तक कोई कार्यवाही हुई है।
Esme netao u dabago ka mili bhagtah h jiske karna koe karvaenge nhi hota h.
जवाब देंहटाएंJiske karan hamare kishano ka phashal barbad ho jata h