VIDEO - केरल विमान हादसे में अब तक 2 पायलट समेत 17 लोगों की मौत की अधिकारिक पुष्टि, AIR INDIA EXPRESS ने जारी की हेल्पलाइन।
वंदे भारत मिशन के अंतर्गत दुबई से 184 यात्रियों को लेकर केरल के लिए उड़ान भरने वाला
एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) का विमान
Boeing 737 केरल के काझिकोड एयरपोर्ट
(Kozhikode Airport) पर शुक्रवार की शाम लगभग 7 बजकर 40 मिनट पर लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त
(Crash) हो गया जिसमें विमान दो टुकड़ों में बट गया और दो पायलट समेत 17 लोगों की मौत हो गई, 100 से अधिक यात्री घायल हैं।
बताया गया कि भारी बारिश के कारण एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान एक बार लैंडिंग करने में असफल रहा और दोबारा लैंडिंग के दौरान विमान रनवे पर फिसल गया और एयरपोर्ट से सटी लगभग 30 फीट गहरी खाई में गिर गया, जिससे यह घटना हुई और विमान दो टुकड़ों में बट गया, सबसे ज्यादा नुकसान विमान के अगले हिस्से को हुआ जिसकी वजह से कॉकपिट में मौजूद दोनों पायलटों की मौत हो गयी, बताया गया की तेज बारिश की वजह से वहां से विजिबिलिटी काफी कम थी ऐसे में पायलट रनवे का ठीक अंदाजा नहीं लगा पाए और विमान फिसलते हुए आगे खाई में गिर गया, हालांकि पायलट ने विमान को ठीक से लैंड कराने की पूरी कोशिश की लेकिन रनवे पर पानी भरे होने की वजह से विमान बेकाबू हो गया, हादसे के बाद एयरपोर्ट पर मौजूद बचाव दल के लोग वहां पहुचे और विमान में फसें लोगों को निकलने का काम शुरू किया गया, तेज बारिश की वजह से बचाव के काम में काफी मुश्किलें आई, हालांकि बचाव दल ने तेजी के साथ विमान में मौजूद यात्रियों को निकालना शुरू किया जिसके बाद उन्हें एम्बुलेंस के जरिये अस्पताल पहुचाया गया, हादसे के वक्त विमान में कुल 190 लोग मौजूद थे जिनमें चालक दल के 6 सदस्य और 184 यात्री शामिल थे, केरल के जिस काझीकोड एयरपोर्ट पर यह हादसा हुआ उसे अपने टेबल टॉप रनवे की वजह से दुनिया के खतरनाक हवाईअड्डों में गिना जाता है, क्योंकि इस तरह के रनवे काफी मुश्किल माने जाते हैं, और यहाँ लैंडिंग या टेक-ऑफ करते वक़्त पायलट को काफी सावधानी रखनी पड़ती है, क्योंकि टेबल टॉप रनवे किसी मैदानी इलाके में मौजूद रनवे की तरह नही होते इन्हें पहाड़ों को समतल कर के बनाया जाता है जिसकी वजह से रनवे के आगे पीछे ढलान या खाई होती है, यही वजह है ऐसे टेबल टॉप रनवे पर विमान की लैंडिंग या टेक-ऑफ काफी मुश्किल माना जाता है और अगर जरा से चुकें तो विमान रनवे से फिसलकर खाई में गिर जाता है, ऐसे में यहाँ विमान को उड़ाने या उतारने के लिए पायलटों का अनुभवी होना बेहद जरूरी होता है।
हालांकि विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद भी विमान में आग नहीं लगी, दुर्घटना के बाद तुरंत पहुंची CISF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चालू कर दिया था और कुछ ही समय में विमान से सभी को निकाल लिया गया था। दुर्घटना के कारण का अभी पता नही चला है प्रारम्भिक जांच के बाद DGCA ने बाताया लैंडिंग के दौरान विमान की रफ़्तार अधिक थी।
एयर इंडिया की एक फ्लाइट ने दिल्ली से कोझीकोड के लिए उड़ान भरी है, जिसमे DGCA और AAIB के जांच अधिकारी गए हैं, एयर इंडिया एक्सप्रेस के CEO भी गए हैं, AI, AIE के अन्य अधिकारी भी कोझीकोड गए।
दुर्घटना स्थल पर 40 एंबुलेंस के द्वारा घायल यात्रियों को हॉस्पिटल ले जाया गया, हालांकि कई यात्रियों की हालत अभी भी गंभीर है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार फ्लाइट संख्या IX 1344 में दुर्घटना के समय 174 पैसेंजर, 10 बच्चे, दो पायलट, और 4 केबिन क्रु मौजूद थे। जिसमें 2 पायलट समेत 17 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने मदद के लिए दुबई और भारत में हेल्पलाइन स्थापित की है, जिसके दुर्घटनाग्रस्त विमान में सवार यात्रियों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
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