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हिज्बुल मुजाहिदीन के मुखिया सैयद सलाउद्दीन पर जानलेवा हमला, पठानकोट एयरबेस हमले में था हिज्बुल का हाथ !

25 मई को इस्लामाबाद में हिज्बुल के मुखिया पर हुआ था जानलेवा हमला, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई पर हमले का शक !

25 मई को इस्लामाबाद में हिज्बुल के मुखिया पर हुआ था जानलेवा हमला, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई पर हमले का शक !

हिजबुल मुजाहिद्दीन (HM) का चीफ सैयद सलाउद्दीन (Sayed Salahuddin) और पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी ISI के बीच इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसा इसलिए कि हाल ही में सलाउद्दी पर एक जानलेवा हमला हुआ, जिसमें ISI का हाथ होने की बात सामने आ रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक, 25 मई को दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सैयद सलाउद्दीन के काफिले पर एक हमला हुआ। हमला इस्लामाबाद (Islamabad) की स्ट्रीट नंबर-8 के पास हुआ था। इस हमले में सलाउद्दी गंभीर रूप से घायल भी हो गया था। हमले के बाद से ही सलाउद्दीन को एक सेफ हाउस में रखा गया है।

सलाउद्दीन और ISI के बीच बढ़ी नाराजगी!

वहीं अब इस हमले के पीछे ISI का हाथ होने की बात सामने आ रही है। सूत्रों की मानें तो हिजबुल के चीफ और ISI के बीच इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था। दोनों की बीच कई बार नाराजगी बढ़ चुकी है। बताते चलें कि अमेरिका ने सैयद सलाउद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित किया हुआ है। 2 जनवरी 2016 को भारत के पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले में इसी आतंकी का हाथ था।

ISI से क्यों नाराज है सलाउद्दीन?

दरअसल इन सब के पीछे पाकिस्तान की ISI का शुरू किया गया एक नया आतंकी संगठन 'द रेसिडेंट फ्रंट' यानि TRF को माना जा रहा है। ISI की तरफ से TRF को मिलती तवज्जो और हिजबुल मुजाहिद्दीन को फंड न मिलने के कारण सलाउद्दीन ISI से काफी नाराज था।

क्या है हमले के पीछे की मंशा ?

सलाउद्दीन की ये नाराजगी शायद ISI पसंद नहीं आई, इसलिए उसने सलाउद्दीन की काफिले पर हमला करा दिया। हालांकि केवल सलाउद्दीन को डराने की मंशा से ही ये हमला कराया गया था।

क्या है TRF?

साल 2019 के अंत में TRF को लॉन्च किया गया था। संसद द्वारा जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) से अनुच्छेद-370 (Article-370) हटाने व राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों, लद्दाख और जम्मू और कश्मीर में विभाजित करने के परिणामस्वरूप TRF का गठन किया गया। ISI ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले करने के लिए इस ग्रुप को बनाया है। खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले कुछ हफ्तों में जम्मू-कश्मीर में बड़े आतंकी हमलों और गोलाबारी की जिम्मेदारी भी इसी रेसिस्टेंस फ्रंट ने ली थी। TRF को पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के तीन शीर्ष कमांडर नियंत्रित कर रहे हैं।

कौन है सलाहुद्दीन?

सैयद मोहम्मद युसूफ शाह जिसे कि आमतौर पर सैयद सलाउद्दीन के नाम से जाना जाता है। वह आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का मुखिया है जो कश्मीर घाटी से अपने ऑपरेशन को अंजाम देता है। वह हिजबुल से पहले एंटी-इंडिया आतंकी समूह जिहाद काउंसिल का अध्यक्ष रह चुका है।

26 जून 2017 को अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने उसे विशेष नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। हालांकि इस घोषणा के बाद वह मुजफ्फराबाद के सेंटर प्रेस क्लब में पाकिस्तानी मीडिया से बात करता हुआ नजर आया था। उसने कहा था कि यह घोषणा अमेरिका, इजरायल और भारत की पाकिस्तान के प्रति शत्रुता दिखाती है।

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